रमेश खंडेलवाल ने नीमकाथाना चक्का जाम का किया समर्थन

नीमकाथाना जिला हटाने के विरोध में 30 जनवरी को होगा चक्का जाम, बड़ा विरोध प्रदर्शन होने की संभावना

नीमकाथाना/वी.के.सैनीः गुरुवार को नीमकाथाना के पूर्व विधायक रमेश खंडेलवाल ने कार्यालय में अपने कार्यकर्ताओं की अहम बैठक बुलवायी। इस बैठक में नीमकाथाना को जिला हटाने के विरोध में “नीमकाथाना के सम्मान में, युवा शक्ति मैदान में” गैर राजनीतिक ग्रुप के द्वारा नीमकाथाना को 30 जनवरी को चक्का जाम करने की घोषणा का समर्थन करना था। पूर्व विधायक खंडेलवाल ने अपने कार्यकर्ताओं की समिति का अध्यक्ष नीमकाथाना के प्रसिद्ध व्यावसायी सत्यनारायण अग्रवाल को नियुक्त किया और नीमकाथाना जिला हटाने की विरोध में हो रहे 30 जनवरी के चक्का जाम का तन मन धन से समर्थन करने की घोषणा की।

खंडेलवाल ने बताया कि नीम का थाना जिला के लिए हमने कोर्ट में रिट भी दायर की है जिसमें गुरुवार को न्यायालय में सुनवाई हुई और माननीय न्यायालय ने नीम का थाना को जिला हटाने के संबंध में सरकार से जवाब तलब करने को कहा है। अब आगामी सुनवाई 28 जनवरी तक सरकार को इसके संबंध में अपना जवाब तलब करना है।

खंडेलवाल ने बताया कि हमारे नीम का थाना जिले के पैरामीटर और मेरिट अन्य राजस्थान के हटाए गए जिलों से ऊपर हैं। नीम का थाना हर हालत में जिला बनने की योग्यता रखता है। सरकार के प्रभारी वन मंत्री संजय शर्मा के एक कार्यक्रम के दौरान एक बयान दिया था कि ‘नीमकाथाना जिला को हटाने का कोई विरोध नहीं है’ इस बयान के बाद नीम का थाना के लोग काफी नाराज और आक्रोशित हैं।

सरकार के जिम्मेदार मंत्रियों द्वारा नीमकाथाना जिले पर ऐसे बयानों को लेकर ही नीम का थाना के सम्मान में युवा शक्ति मैदान में संगठन बनाया गया। इस संगठन ने एक बड़ी बाइक रैली निकाली और नीम का थाना जिला हटाने का विरोध सरकार तक पहुंचाया। इसी ग्रुप में दो दिन पहले ही नीम का थाना चक्का जाम का ऐलान किया है। जिस दिन से नीम का थाना का जिला का दर्जा निरस्त करने के आदेश जारी हुए। उसी दिन से यहां की जनता काफी आक्रोश में है। विभिन्न तरीके से जिला को बचाए रखने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रही है। नीमकाथाना जिला बचाओ संघर्ष समिति द्वारा भी लंबे समय से क्रमिक अनशन व विरोध सभाओं का आयोजन किया जाकर जिला बहाल करने के लिए मांग कर रही है।

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