
नीमकाथाना में बढ़ता अपराध: नाबालिग दलित बच्ची का अपहरण, किशोर लापता और अंबेडकर मूर्ति तोड़ने से जनाक्रोश
नीमकाथाना: उपखंड क्षेत्र में हाल ही में हुई तीन गंभीर आपराधिक घटनाओं ने स्थानीय जनता में आक्रोश और असुरक्षा की भावना को बढ़ा दिया है। एक ओर जहां 20 दिन बीत जाने के बावजूद नाबालिग दलित बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला है, वहीं कुर्बड़ा निवासी 15 वर्षीय मनीष कुमावत भी पिछले 6 दिनों से लापता है। इसके अलावा, ग्राम टोडा में संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति तोड़ने की घटना ने सामाजिक सौहार्द पर गहरी चोट पहुंचाई है।
संवैधानिक विचार मंच ने किया विरोध प्रदर्शन जल्द कार्रवाई नहीं होने पर दी आंदोलन की चेतावनी नीमकाथाना इलाके में खेतड़ी मोड़ पर विरोध प्रदर्शन करते लोग। बालिका के अपहरण के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने के विरोध में संवैधानिक विचार मंच की ओर से शुक्रवार को कस्बे में प्रदर्शन किया गया। इस दौरान संगठन के संस्थापक गीगराज झोलड़ी के नेतृत्व में खेतड़ी मोड़ पर टायर जलाकर नारेबाजी की गई और रैली निकालकर अतिरिक्त जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। इसमें आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की गई।
झोलड़ी ने बताया कि 20 दिन पहले एक दलित नाबालिग का अपहरण कर लिया गया था, जिसके खिलाफ थाने में आरोपी का नामजद मामला दर्ज किया गया, लेकिन पुलिस की ओर से अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है, इससे लोगों में आक्रोश है। इसके अलावा टोडा में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ने वालों की गिरफ्तारी करने और कुर्बड़ा निवासी मनीष कुमावत के लापता होने की जांच में त्वरित कार्रवाई करने की भी मांग की गई है।
झोलड़ी ने कहा कि पुलिस प्रशासन की ओर से इस मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वे विधानसभा को ठप करने व राजधानी में प्रदर्शन करने का काम करेंगे। इस दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
पुलिस की सुस्ती पर सवाल: अपहरण, लापता किशोर और मूर्ति तोड़ने के आरोपियों की गिरफ्तारी अब तक नहीं
संवैधानिक विचार मंच की चेतावनी: 5 दिन में कार्रवाई नहीं हुई तो होगा बड़ा आंदोलन
इन घटनाओं में पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता और आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी न होने से जनता में रोष व्याप्त है। संवैधानिक विचार मंच राजस्थान ने इन मामलों में सक्रिय भूमिका निभाते हुए प्रशासन से तत्काल प्रभावी कार्रवाई की मांग को लेकर एडीएम भागीरथ साख को ज्ञापन सौंपा है। मंच के संस्थापक गीगराज जोडली का कहना है कि अगर इन मामलों में शीघ्र न्याय नहीं मिला, तो आगामी 5 दिनों में आगे की रणनीति तैयार कर बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
संवैधानिक विचार मंच के संस्थापक जोड़ली ने कहा कि नीमकाथाना में बढ़ती आपराधिक घटनाएं और पुलिस की सुस्त कार्रवाई से आमजन में गहरी नाराजगी है। उन्होंने कहा कि अपहरण की गई दलित नाबालिग बच्ची और लापता किशोर को अब तक न ढूंढ पाना, पुलिस प्रशासन की गंभीर विफलता है। वहीं, अंबेडकर मूर्ति तोड़ने के आरोपी अभी भी फरार हैं, जिससे प्रशासन की निष्क्रियता साफ झलकती है।
संवैधानिक विचार मंच की चेतावनी
मंच ने स्पष्ट किया है कि यदि पुलिस और प्रशासन जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं करता, तो पीड़ित परिवारों के साथ मिलकर विधानसभा के सामने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। मंच के संस्थापक गीगराज ने बताया कि पुलिस अधिकारियों को 5 दिन का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी है कि अगर मामलों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो सामाजिक संगठन सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।
जनता में बढ़ता आक्रोश
राजेंद्र बबेरवाल का कहना है कि अगर कानून व्यवस्था इसी तरह लचर बनी रही, तो अपराधियों के हौसले और बुलंद होंगे और समाज में असुरक्षा की भावना और गहरी होगी। वही गोपाल परमार ने कहा कि इन घटनाओं को देखते हुए जनता अब कड़े कदम उठाने की मांग कर रही है, ताकि अपराधियों को कड़ी सजा मिले और भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
यह लोग रहे उपस्थित
इस दौरान मुक्त आकाश संस्था ललित दार्शनिक, जुगल किशोर मालनगर, राजेंद्र बबेरवाल, छीतरमल बौद्ध, नरसी महवा, उपसरपंच सरजीत महारानियां, गगन मंडोली, उमेश मंडोली, हेमंत लूनिया, प्रहलाद कुराबड़, संदीप आजाद, राजेश, जोड़ली, प्रहलाद टेम्पो यूनियन, जीवन, रोशन लाल, पंकज पहलवान, कृष्ण जोड़ली, मोहित, अशोक चोरेड, रोहिताश कटवाल, यादराम, भगवान सहाय, शुभम चोपड़ा सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
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