
नीमकाथाना जिला हटाने बाद विरोध में पिछले 9 दिन से चल रहा है क्रमिक अनशन
नीमकाथाना: जिला बनाने की मांग को लेकर तीसरे दिन भी हड़ताल जारी रही। महबूब कुरेशी रायपुर पाटन, कामरेड ओम प्रकाश सैनी गुहाला, घनश्याम, अनवर, भीमाराम रायपुर पाटन ने नीमकाथाना जिले को यथावत रखने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ कर धरने को जारी रखा।
नीमकाथाना जिला बनाने के सभी मापदण्डो (यथा जिला मुख्यालय से दूरी, जनसंख्या, क्षेत्रफल, पुर्व स्थापित कार्यालय एवं सुविधाओं, तथा कानून व्यवस्था के मध्यनजर तथा नीमकाथाना में रेल्वे एवं फ्रेट कारीडोर, चारों तरफ स्टेट हाई वे से जुड़ा हुआ। एक वर्ष एवं पांच माह बाद दिनांक 28 दिसम्बर 2024 को राजस्थान सरकार द्वारा नीमकाथाना को जिला हटा दिया गया, यह पुनः विचारणीय बिन्दु है। सरकार द्वारा जिला गठित करने के मापदण्डो में जिले की जनसंख्या 10 लाख होना, मुख्यालय से 50 कि.मी. की दूरी होना तथा बनाये जाने वाले मुख्यालय से शामिल क्षेत्र से दूरी आदि पर विचार करना। कानून व्यवस्था की दृष्टि से देखें तो नीमकाथाना मुख्यालय से किसी भी शामिल तहसील व उप तहसील मुख्यालय पर 30 से 45 मिनट में पहुंचा जा सकता है जबकि सीकर/झुन्झूनू से पहुंचने में 70 से 90 मिनट का समय लगता है।
नीमकाथाना जिला बनाये रखने के लिये डॉ. भीमराव अम्बेडकर मानव कल्याण संस्थान और छात्र संगठन ने भाजपा सरकार द्वारा जिला हटाने के फैसले से नाराज होकर नीमकाथाना को जिला यथावत रखने को लेकर अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया। क्रमिक भूख हड़ताल को जारी रखने के लिये चौथे दिन राकेश गुर्जर, गीता सैनी, विशम्भर दयाल सैनी, विजेन्द्र रोजडिया और छीतरमल भूखहडताल पर बैठेगे।
इस मौके पर प्रधान प्रतिनिधि राजेन्द्र महराणियां, राजीलाल वर्मा, जुगल किशोर, हरफूल मरोडिया, अमर सिंह, किशन गांवली, सुभाष चन्द सिंघल, शंकर लाल सिवोड़िया, रतनलाल कुलदीप, बाबूलाल किरोड़ीवाल, मदनलाल, प्रहलाद महराणियां, उमेश मण्डोतिया, किशनलाल महराणियां, महेन्द्र गुर्जर, राकेश शर्मा, प्रेम यादव, रफीक खान, नवीन जिलोवा, राकेश बढाना, सुरेश खैरवा, किशोर सेवदा, दौलत राम जोशी, रामकुवार यादव, रामेश्वर सेनी, बनवारी सैनी, देवेन्द्र बिजारणियां, राकेश बाजिया, बलवीर खैरवा, बजरंग जोशी, सावन बोकोलिया, विजय पुनिया, झाबर मल जाट, गिरधारी लाल पंच, दिलीप अग्रवाल, धनीराम सिघिवाल, शिवपाल भाटी, प्रहलाद खर्रा एवं सैकड़ों क्षेत्रवासी मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें: उदयपुरवाटी तहसील के जहाज गांव में एक घर में गुस्सा पैंथर बकरियों को मार कर खाने की खबर, जयपुर से पहुंची रेस्क्यू टीम