एसएफआई के सड़क जाम करने पर मानी मांगे
कमला मोदी महिला महाविद्यालय नीमकाथाना की छात्राओं ने प्रशासन को झुकने के लिए किया मजबूर प्रशासन को तुरंत लेना पड़ा एक्शन कुछ ही मिनटो में बन गए स्पीड ब्रेकर कॉलेज के सामने ब्रेकर बनाने की लंबे समय से छात्राएं कर रही थी मांग। मांगों पर बनी सहमति सात सूत्रीय मांग पत्र पर प्रशासन ने जल्द समाधान का दिलाया भरोसा।
नीमकाथाना: ज्ञापन देने के बाद भी ज्यादातर प्रशासनिक अधिकारी केवल आश्वासन देकर काम को भूल जाते हैं अर्थात् काम को आश्वासन के अनुसार जिम्मेदारीपूर्ण तरीके से पूरा नहीं कर पाते हैं। प्रदेश में ही नहीं देशभर में 80-85 फ़ीसदी से अधिक मामलों में ऐसा ही होता है परंतु अपनी मांगों को लेकर सावधान और अडिग रहने वाले समय पर अपना काम पूरा करवा कर ही दम लेते हैं। ऐसा ही एक मामला आज नीमकाथाना की कमला मोदी महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने दोहराया है। कुछ दिन पहले कॉलेज की छात्राओं ने अपनी 7 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया परंतु रात्रि होते-होते प्रशासन ने उनकी सभी बातें मानने का आश्वासन दिया और सभी मांगों को पूरा करने के लिए 5 दिन का समय मांगा।
समय बितने के बाद भी छात्राओं की मांग पर कोई गौर नहीं किया गया। इसी के चलते आज फिर कॉलेज के मुख्य द्वार के सामने ही छात्राओं ने सड़क रोककर ट्रैफिक को जाम कर दिया, इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और फिर छात्राओं को आश्वासन देकर टालमटोल करने की कोशिश की गई परंतु महाविद्यालय की छात्राएं अबकी बार अपनी मांगे बिना पूरी हुए किसी भी कीमत पर रास्ते से हटने को तैयार नहीं हुई। आनंनफानन में मौके पर पुलिस प्रशासन सहित तहसीलदार ने पहुंच कर तुरंत ही छात्रों की मांग के अनुसार कॉलेज के मुख्य द्वार के सामने दोनों तरफ ब्रेकर लगवा बनवाये और छात्राओं की अन्य मांगों को लेकर कॉलेज की प्राचार्य डॉ. मंजू वर्मा व छात्राओं का कुछ लोगों का डेलिगेशन नियुक्त कर नीमकाथाना एडीएम भागीरथ सांख से मीटिंग आयोजित करवाकर जल्द ही छात्राओं की अन्य अति आवश्यक मांगों पर कार्यवाही करने पर सहमति बनी।
राजकीय कमला मोदी महाविद्यालय नीमकाथाना एसएफआई कॉलेज इकाई ने छात्राओं की समस्याओं को लेकर कॉलेज के सामने सड़क को जाम कर दिया एसएफआई कॉलेज इंचार्ज किरण सैनी ने बताया कि समाजशास्त्र विषय का शिक्षक लगाने, बढ़ाई हुई फीस वापस लेने, पी जी में विज्ञान, वाणिज्य वर्ग व कला वर्ग में इतिहास हिंदी साहित्य, समाजशास्त्र, लोक प्रशासन, गृह विज्ञान आदि विषय चालू करने, महाविद्यालय में एनसीसी शुरू करने, पीटीआई लगाने, स्पीड ब्रेकर बनवाने व सड़क के दोनों तरफ फुटपाथ बनाने सहित समस्त मांगों को लेकर को लेकर कॉलेज प्रशासन प्रशासनिक अधिकारियों के माध्यम से कई बार मांगों को उठाया जा चुका है 3 जनवरी को छात्राएं समस्त समस्याओं को लेकर कॉलेज के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए थे रात्रि 10:30 बजे तहसीलदार डीएसपी कॉलेज प्रिंसिपल समस्त अधिकारी गण आकर के समस्याओं का जल्द निस्तारण करने को लेकर आश्वस्त करके गए थे की 7 जनवरी को अतिरिक्त जिला कलेक्टर की मौजूदगी में मीटिंग करके समस्याओं का समाधान करवा दिया जाएगा कल 7 जनवरी को मीटिंग नहीं होने पर आज सभी छात्राओं ने मिलकर प्रिंसिपल से बात की फिर भी कोई समाधान नहीं हुआ इसलिए निर्णय लिया कि प्रशासन हमारी बात नहीं सुनने के लिए तैयार है तो सड़क पर बैठकर प्रशासन को मांगे मनवाएंगे इसलिए दोपहर 12:00 बजे कॉलेज के सामने सड़क पर बैठकर आवागमन को रोक दिया गया।
सूचना मिलते ही मौके पर तहसीलदार अभिषेक सिंह कॉलेज प्रिंसिपल मंजू वर्मा पीडब्ल्यूडी के अधिकारी व पुलिस प्रशासन को लेकर आए तो छात्राओं ने प्रशासन को खूब खरी खोटी सुनाते हुए अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की प्रशासनिक अधिकारियों को छात्रों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। 2 घंटे बाद जाकर सहमति बनी कि कॉलेज के सामने सड़क पर तत्काल प्रभाव से तुरंत स्पीड ब्रेकर बना दिए गए व तत्काल अतिरिक्त जिला कलेक्टर के चेंबर में एसएफआई पदाधिकारियों के साथ मीटिंग करने पर सहमति हुई तब जाकर छात्राओं ने सड़क को खोल आगमन शुरू किया तत्काल प्रभाव से पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने सड़क के दोनों तरफ स्पीड ब्रेकर बनाना शुरू कर दिया व ढाई बजे अतिरिक्त जिला कलेक्टर भागीरथ साख, तहसीलदार अभिषेक सिंह,कॉलेज प्राचार्य मंजू वर्मा व छात्र संगठन एसएफआई के पदाधिकारियों के साथ अतिरिक्त जिला कलेक्टर के चेंबर में लंबी वार्ता चली जिसमें सहमति बनी की एसएफआई के संघर्ष से एसएफआई के पदाधिकारियों के साथ शेखावाटी विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ मीटिंग में फीस को कम कर दिया गया है।
सड़क के दोनों तरफ स्पीड ब्रेकर अभी तत्काल प्रभाव से बना दिए गए हैं समाजशास्त्र का शिक्षक कॉलेज आयुक्तालय को लिखकर जल्दी से जल्दी लगवा दिया जाएगा पीटीआई व लाइब्रेरियन कर्मचारी को महाविद्यालय विकास समिति के फंड से जल्द ही विज्ञप्ति निकालकर लगवा दिया जाएगा नए सत्र में एनसीसी, पी जी में विज्ञान वाणिज्य वर्ग, कला वर्ग पी जी में हिंदी साहित्य राजनीति विज्ञान अर्थशास्त्र समाजशास्त्र सहित सभी विषयों में कॉलेज आयुक्तालय को लिखित में भेजकर शुरू करवाने के प्रयास करने के लिए आश्वस्त किया एसएफआई जिला महासचिव विक्रम यादव ने प्रशासनिक अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि इन मांगों को लेकर एसएफआई का यह पहला आंदोलन नहीं है कई बार ऐसे एसएफआई ने मांगों को उठाकर आंदोलन किया है अगर इसी तरह सरकार और प्रशासन कॉलेज की समस्याओं पर अनदेखी करता रहा अगर समय रहते विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान नहीं किया तो आगामी समय में एसएफआई विद्यार्थियों को लामबंद करते हुए बड़ा आंदोलन करेगी जिसका जिम्मेदार प्रशासन सरकार होगी।
विरोध प्रदर्शन में जिला महासचिव विक्रम यादव, तहसील अध्यक्ष जितेंद्र यादव, कमला मोदी कॉलेज इंचार्ज किरण सैनी, कॉलेज इकाई अध्यक्ष कशिश, तिजा वर्मा, पूजा योगी, पायल कंवर, सानिया कंवर, मोहित यादव, सुलोचना सैनी रवीना, प्रियंका सैनी, मोनू जिलोवा, नीलम लम्बा, नीतू गुर्जर, खुशबू कंवर, चंचल,मनीषा सैनी, सुमन कुमावत,सहित सैकड़ो छात्राएं शामिल हुई ।
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