जैसलमेर की बेटी बनी राजस्थान की ऐसी ट्रेनी महिला पायलट जो दुनिया को अलविदा कह गई पर आठ लोगों के शरीर में जिंदा रहेगी।
जैसलमेर: पोकरण क्षेत्र के खेतोलाई निवासी चेष्टा बिश्नोई का 18 दिसंबर (बुधवार) को खेतोलाई में अंतिम संस्कार किया गया। ट्रेनी पायलट चेष्टा के निधन की ख़बर सुनकर पुरे क्षेत्र में शौक की लहर दौड़ गई।
चेष्टा विश्नोई पुणे में में ट्रेनी पायलट थी। उनका एक सड़क हादसे में ब्रेन डेड के बाद निधन हो गया था। परिजनों ने चेष्टा के अंगों का दान पुणे में किया। पार्थिव देह को एयरलिफ्ट कर जैसलमेर लाया गया जहाँ से सड़क मार्ग से खेतोलाई के लाया गया । जहां से उसके पैतृक गांव खेतोलाई में अंतिम संस्कार किया गया।
मौत के बाद भी ट्रेनी पायलट के हार्ट और लीवर समेत विभिन्न अंगों से लोगों की जिंदगियां बचेगी। पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी ने सोशल मीडिया पर चेष्टा विश्नोई के निधन पर दुख प्रकट किया, पूर्व कैबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद जनप्रतिनिधियों ने भी इस घटना पर शोक जताया।
जैसलमेर जिले की पहली महिला पायलट बनने का ख्वाब देख चेष्टा बिश्नोई पायलट बनने पुणे गई थी। चेष्टा के परदादा खेतोलाई गांव के सरपंच रहे है और चेष्टा के माता-पिता पोकरण में इंडेन गैस एंजेसी संचालित करते है। चेष्टा के परिवार में माता – पिता के अलावा भाई है।
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